न्यूर्याक । अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन अगले हफ्ते भारत की अपनी पहली यात्रा पर आएंगे। इस दौरान क्षेत्रीय सुरक्षा, आतंकवाद, अफगान संकट, क्वाड, कोरोना महामारी और जलवायु परिवर्तन जैसे मुद्दे उनकी बातचीत के एजेंडे में शीर्ष पर रहेंगे। एक वरिष्ठ अमेरिकी अधिकारी के मुताबिक ब्लिंकन 27 जुलाई की शाम नई दिल्ली पहुंचेंगे। वह 28 जुलाई को पूरे दिन कार्यक्रमों में व्यस्त रहेंगे। अपनी यात्रा के दौरान, वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री एस जयशंकर से मुलाकात करेंगे। विदेश मंत्रालय ने कहा कि नई दिल्ली में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल भी ब्लिंकन से मुलाकात करेंगे।
विदेश मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मोदी और जयंशकर के साथ उनकी मुलाकात में द्विपक्षीय संबंधों को और घनिष्ठ करने के तरीकों पर चर्चा हो सकती है जिसका दायरा बहुत व्यापक है। साथ ही क्षेत्रीय एवं वैश्विक मुद्दों पर परस्पर विचारों को लेकर चर्चा हो सकती है।
दक्षिण एवं मध्य एशियाई मामलों के कार्यवाहक उप मंत्री डीन थॉम्पसन ने ब्लिंकन की यात्रा पर कॉन्फ्रेंस कॉल के दौरान संवाददाताओं को बताया कि हमारे भारतीय साझेदारों के साथ हमारी द्विपक्षीय चर्चा सुरक्षा, साइबर और आतंकवाद को रोकने संबंधी सहयोग को विस्तार देने पर ही केंद्रित रहेगी।
उन्होंने कहा कि इन मुद्दों पर दोनों सरकारें सहयोग करती हैं, जिसमें नियमित भारत-अमेरिका कार्यकारी समूह बैठकें शामिल हैं और ज्यादा सुरक्षित दुनिया सुनिश्चित करने के लिए भारत के साथ हमारे संबंधों को और मजबूत करने की आशा करते हैं। थॉम्पसन ने कहा कि हम क्षेत्रीय मुद्दों पर, अफगानिस्तान में न्यायसंगत एवं स्थाई शांति को समर्थन देने के हमारे प्रयासों पर चर्चा करना चाहेंगे।
उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान के सभी पड़ोसी देश और क्षेत्र में अन्य देशों की शांतिपूर्ण, सुरक्षित एवं स्थिर अफगानिस्तान में दिलचस्पी है, जिसे राजनीतिक समाधान के माध्यम से ही पूरा किया जा सकता है, जो 40 साल के संघर्ष को खत्म करे। थॉम्पसन ने कहा कि निश्चित तौर पर भारत क्षेत्र में अहम साझीदार है और अमेरिका अफगानिस्तान में शांति और आर्थिक विकास को समर्थन देने के लिए भारत की साझा प्रतिबद्धता का स्वागत करता है।