नई दिल्ली । इस्पात क्षेत्र की वैश्विक कंपनी आर्सेलरमित्तल को कोविड-19 महामारी के बीच 30 जून को समाप्त दूसरी तिमाही में 55.9 करोड़ डॉलर का घाटा हुआ है। कंपनी ने दूसरी तिमाही को अपने इतिहास का सबसे खराब समय करार दिया है। दुनिया की सबसे बड़ी इस्पात कंपनी को इससे पिछले साल की समान तिमाही में 44.7 करोड़ डॉलर का घाटा हुआ था। लक्जमबर्ग मुख्यालय वाली एकीकृत इस्पात एवं खनन कंपनी का वित्त वर्ष जनवरी-दिसंबर होता है। कंपनी ने कहा कि तिमाही के दौरान उसकी बिक्री घटकर 11 अरब डॉलर रह गई, जो इससे पिछले साल की समान तिमाही में 19.3 अरब डॉलर थी। कंपनी ने कहा कि तिमाही के दौरान उसकी इस्पात की कुल आपूर्ति 23.7 प्रतिशत घटकर 1.48 करोड़ टन रही। सभी क्षेत्रों में कोविड-19 महामारी की वजह से इस्पात की मांग बुरी तरह प्रभावित हुई है।