-कांग्रेस की नजर सागर में भाजपा के एक बड़े नेता पर
भोपाल। मप्र के पूर्व नेता प्रतिपक्ष एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेता अजय सिंह राहुल भैया का विधानसभा के उपचुनाव में उतरना लगभग तय है। अजय सिंह को कांग्रेस की और से तीन स्थानों से चुनाव लडऩे का प्रस्ताव दिया गया है। इनमें मेहगांव, बदनावर और सुरखी शामिल हैं। बताया जाता है कि अजय सिंह ने सुरखी अथवा बदनावर से चुनाव लडऩे की सहमति दे दी है। यह भी खबर है कि यदि अजय सिंह सुरखी से चुनाव लड़ते हैं तो भाजपा के सुरखी विधानसभा क्षेत्र के दिग्गज नेता राजेन्द्र सिंह मोकलपुर कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं।
पिछले आम विधानसभा चुनाव में चुरहट से अजय सिंह की पराजय से कांग्रेस को बड़ा झटका लगा था। कमलनाथ सरकार के समय अजय सिंह सरकार और कमलनाथ दोनों से दूर रहे, लेकिन पिछले कुछ दिनों से कमलनाथ का अजयसिंह के प्रति अचानक झुकाव बड़ा है। कमलनाथ उन्हें अपने घर खाने पर भी बुला चुके हैं और उपचुनाव को लेकर लगातार उनसे चर्चा भी कर रहे हैं। कमलनाथ ने ही अजय सिंह को तीनों में से किसी भी एक सीट से लडऩे का प्रस्ताव दिया था। बताया जाता है कि अजय सिंह ने सुरखी या बदनावर में से किसी भी सीट पर चुनाव लडऩे की सहमति दे दी है। भिंड में चौधरी राकेश सिंह से उनकी अदावत किसी से छुपी नहीं है। इसीलिए उन्होंने मेहगांव से चुनाव लडऩे से अनइच्छा जाहिर कर दी है।
गोविन्द से बदला लेंगे राजेन्द्र सिंह
दरअसल सागर जिले के सुरखी विधानसभा क्षेत्र में गोविन्द सिंह राजपूत और राजेन्द्र सिंह मोकलपुर के राजनैतिक दुश्मनी किसी से छुपी नहीं है। चर्चा है कि गोविन्द राजपूत के कहने पर ही राजेन्द्र सिंह के बेटे पर गंभीर आपराधिक प्रकरण कायम हुआ था। गोविन्द सिंह के कारण ही राजेन्द्र सिंह कांग्रेस छोड़कर भाजपा में चले गए थे। आज वे भाजपा के सुरखी के सबसे प्रभावी नेता हैं। गोविन्द सिंह राजपूत के भाजपा में आने के बाद राजेन्द्र सिंह के कांग्रेस में जाने की अटकलें शुरू हो गई हैं। यह भी बताया जाता है कि पिछले कुछ दिनों से राजेन्द्र सिंह कांग्रेस नेता अजय सिंह के संपर्क में है। राजेन्द्र सिंह ने अजय सिंह को सुरखी से लडऩे के लिए भी आमंत्रित किया है। दूसरी ओर भाजपा राजेन्द्र सिंह को रोकने के लिए उन्हें निगम मंडल में महत्वपूर्ण पद देने का प्रस्ताव बनाकर बैठी है।