वेस्टइंडीज के पूर्व तेज गेंदबाज कर्टली एंब्रोस ने कहा है कि गेंदबाजों को आक्रामकता सिखायी नहीं जा सकती है क्योंकि यह उनका स्वाभाविक गुण होता है। एंब्रोस ने कहा कि हालांकि वह स्वाभाविक तौर पर आक्रामक थे पर उनके साथी एंडी राबर्ट्स ने उन्हें गेंदबाजी के करते इसे और बढ़ाने के लिये उन्हें प्रेरित किया।एंब्रोस ने एक कार्यक्रम में कहा, ‘‘उन्होंने मुझे हमेशा आक्रामक बने रहना और हमेशा बल्लेबाजों पर हावी होना ही सिखाया था। उन जैसे दिग्गज की सिखायी गयी यह बात मेरे दिमाग में बैठ गयी थी।’’ अपने टेस्ट करियर में 98 मैचों में 20.99 की औसत से 405 विकेट लेने वाले एंब्रोस ने कहा, ‘‘मुझे नहीं लगता कि आप किसी गेंदबाज को आक्रामक होना सिखा सकते हो।
आक्रामक आपके अंदर भरी होनी चाहिए। आप आक्रामक होने का प्रयास कर सकते हैं पर अगर यह किसी गेंदबाज के अंदर यह नहीं है तो उसे उभारा नहीं जा सकता। मेरे लिये यह कारगर साबित होती थी क्योंकि खेलते समय मैं स्वाभाविक तौर पर आक्रामक हो जाता था। ’’ एंब्रोस ने कहा कि अगर कोई गेंदबाज अपनी गेंदों से ही खौफ पैदा कर रहा हो तो फिर बल्लेबाज पर छींटाकशी करने की जरूरत नहीं होती है।
उन्होंने कहा, ‘‘आप जो करना चाहते हो अगर आप उसमें सक्षम हो तो फिर इसके लिये गेंद ही काफी हैं। वहीं अगर आप छींटाकशी करते हो तो इसका अर्थ है कि फिर आप सक्षम नहीं हो। यह वेस्टइंडीज का तरीका नहीं है।’’ एंब्रोस ने इसी के साथ ही उन दिनों को याद किया जब अस्सी के दशक के अंतिम वर्षों में वह वेस्टइंडीज की टीम से जुड़े। उन्होंने कहा कि वह कभी दूसरा सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज नहीं बल्कि हमेशा सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज बनना चाहते थे। उन्होंने कहा, ‘‘जब मैं पहली बार वेस्टइंडीज की टीम में आया तो महान तेज गेंदबाज मैलकम मार्शल के अलावा कर्टनी वाल्श और पैट्रिक पैटरसन टीम में थे। मैं कभी दूसरा सर्वश्रेष्ठ नहीं बनाना चाहता था। मुझे खुद पर विश्वास था और मैं सर्वश्रेष्ठ बनना चाहता था।’’