काबुल । पाकिस्तान की इमरान खान सरकार अब तालिबान के बचाव में खुलकर सामने आ गई है। गुरुवार को पाकिस्तानी वायु सेना ने तालिबान के ठिकानों पर हमले की तैयारी कर रहे अफगान एयरफोर्स के ए-29 लड़ाकू विमानों को चेतावनी देकर खदेड़ दिया। अफगान वायु सेना यह हमला पाकिस्तान के बॉर्डर पर स्थित स्पिन बोल्डक में करने जा रही थी। चेतावनी मिलने के बाद अफगानिस्तान के लड़ाकू विमान बिना हमला किए वापस अपनी बेस पर लौट आए। अफगानी मीडिया ने बताया कि उसके पास सरकारी सूत्रों से मिली पाकिस्तानी वायु सेना के साथ बातचीत की कॉपी मौजूद है। जिससे पता चलता है कि अफगान वायु सेना को चेतावनी दी गई थी कि वे सीमा के करीब आ रहे हैं। एक अफगान सैन्य अधिकारी का दावा है कि उन्हें चेतावनी दी गई थी कि वे चमन और स्पिन बोल्डक में अंतरराष्ट्रीय सीमा के 18 किलोमीटर के करीब न जाएं।
इस रिपोर्ट में एक सैन्य विशेषज्ञ के हवाले से बताया गया है कि अंतरराष्ट्रीय कानूनों के आधार पर एक ऑपरेशन करते समय सैन्य विमान को दूसरे देश की सीमा तक 10 समुद्री मील (18.5 किलोमीटर) के करीब नहीं जाना चाहिए। ऐसे में पाकिस्तान ने इसी कानून को आधार बनाते हुए अफगान वायु सेना को कार्रवाई न करने की धमकी दी थी। एक दिन पहले ही अफगानिस्तान के उप राष्ट्रपति अमरुल्लाह साहेल ने ट्वीट कर दावा किया था कि पाकिस्तान वायु सेना ने अफगान सेना और वायु सेना को आधिकारिक चेतावनी जारी की है कि स्पिन बोल्डक क्षेत्र से तालिबान को हटाने के किसी भी कदम के खिलाफ जवाबी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने आरोप लगाया था कि पाक वायु सेना अब तालिबान को कुछ इलाकों में नजदीकी हवाई सहायता मुहैया करा रही है। कंधार प्रांत के इसी स्पिन बोल्डाक इलाके में बनी सीमा चौकी पर कब्जा करने के बाद तालिबान के हाथ तीन अरब रुपये लगे थे। ये पैसा अफगान सेना छोड़कर भाग गई थी जिस पर अब तालिबान आतंकियों के कब्जा कर लिया था। तालिबान ने एक बयान जारी करके इस पैसे के मिलने की पुष्टि की थी। तालिबान के प्रवक्ता जबिउल्लाह मुजाहिद ने एक बयान जारी करके कहा कि तालिबान ने सीमा पर कंधार प्रांत में बसे कस्बे वेश पर कब्जा कर लिया है।