कलेक्टर श्रीमती कौशल ने बीज निगम के अधिकारियों के साथ की उच्च स्तरीय बैठक
पहले चरण में मल्टीगे्रन चिप्स, फ्लैक्स, नगेट्स सहित सुगंधित धान, महुआ और काजू प्रोसेसिंग यूनिट लगाने की तैयारी
कोरबा। आने वाले दिनों में कोरबा जिले में मल्टीगे्रन चिप्स, फ्लैक्स, नगेट्स, मिलेट्स के साथ-साथ सुगंधित धान, महुआ और काजू प्रोसेसिंग का काम शुरू होने वाला है। कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने सुतर्रा में हसदेव फूड प्रोसेसिंग पार्क की स्थापना के लिए गतिविधियां तेज कर दी हैं। उन्होंने आज इस पार्क की स्थापना के लिए छत्तीसगढ़ राज्य कृषि एवं बीज विकास निगम के अधिकारियों के साथ कलेक्टोरेट सभाकक्ष में उच्च स्तरीय बैठक की। श्रीमती कौशल ने बैठक में फूड प्रोसेसिंग पार्क में पहले चरण में मिलेट्स-मल्टीग्रेन, सुगंधित धान, काजू और महुआ के प्रसंस्करण के लिए यूनिट स्थापना पर अधिकारियों से गहन चर्चा की। कोरोना संक्रमण के माहौल के बाद अब हसदेव फूड प्रोसेसिंग पार्क स्थापना की गतिविधियों में तेजी आई है। इस प्रोसेसिंग पार्क के बन जाने से कोरबा जिले के किसानों को उनकी फसलों तथा वनोपजों का सही दाम मिल सकेगा तथा उनके लिए रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे। कटघोरा विकासखण्ड के सुतर्रा में कृषि किसान केन्द्र लगी लगभग 5 एकड़ जमीन इस फूड प्रोसेसिंग पार्क लिये पहले ही चिन्हांकित कर ली गई है। बैठक में जिला पंचायत के सीईओ श्री कुंदन कुमार, उपसंचालक कृषि श्री श्यामकुंवर, एसडीएम कटघोरा श्रीमती सूर्यकिरण और अन्य अधिकारी भी मौजूद रहें।
कलेक्टर श्रीमती कौशल ने बैठक में पहले चरण में लघु धान्यों और मल्टीगे्रन प्रोसेसिंग से बनने वाले उत्पादों जैसे चिप्स, फ्लैक्स, नगेट्स, चिक्की आदि की यूनिट्स लगाने पर जोर दिया। उन्होंने इन यूनिट्स के लिए विस्तृत कार्य योजना, स्थापना लागत, कच्चे माल की आपूर्ति सहित बने उत्पादों की मार्केटिंग आदि की पूरी योजना एक सप्ताह में प्रस्तुत करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। श्रीमती कौशल ने बताया कि जिले में किसानों तथा वनोपज संग्रहण करने वाले ग्रामीणों की आय बढ़ाने के लिये यह पार्क बनाया जा रहा है। इस पार्क में आगे के वर्षों में मक्का, चिरौंजी, बेल की प्रोसेसिंग के लिये भी मशीनों के साथ कर पूरी इकाई स्थापित की जायेगी। दूसरे चरण में यहाॅं बटन तथा आयस्टर मशरूम के उत्पादन के लिये भी इकाईयां होगी तथा किसानों को इनके उत्पादन प्रोसेसिंग का प्रशिक्षण भी मिलेगा। श्रीमती कौशल ने बताया कि कृषि विज्ञान केन्द्र से लगी जमीन पर इस फूड प्रोसेसिंग पार्क की स्थापना से उसकी कार्यक्षमता भी बढ़ेगी तथा फूड प्रोसेसिंग के लिये नये तकनीकों का भी विकास हो पाएगा। कलेक्टर श्रीमती कौशल ने बताया कि हसदेव फूड प्रोसेसिंग पार्क में ही किसानों से उनकी उपज-वनोत्पाद खरीदने की भी व्यवस्था रहेगी। इसमें प्रोसेसिंग के उपरांत बने उत्पादों की जन सामान्य को बिक्री के लिये सुव्यवस्थित बाजार भी बनाया जाएगा। इस पार्क की इकाईयों से प्रोसेस्ड उत्पादों को जिले तथा राज्य से बाहर भेजने की भी व्यवस्था की जायेगी। किसानों को उनकी उपजों का सही दाम मिल सके, इसके लिये बाजार व्यवस्था का अध्ययन कर राज्य व राज्य से बाहर इन उत्पादों की मांग अनुसार मार्केटिंग की जायेगी।
कलेक्टर ने कहा कि इस फूड प्रोसेसिंग पार्क के स्थापित हो जाने से उसमें जिले के युवा-बेरोजगारों तथा ग्रामीणों को रोजगार भी मिलेगा और उनकी आय बढ़ेगी। कलेक्टर ने इस पार्क के लिये जमीन का चिन्हांकन करते हुये उसके हस्तांतरण की प्रक्रिया शुरू करने के निर्देश दिये। उन्होंने बैठक में प्रारंभिक तौर पर फैंसिंग, पानी की उपलब्धता, बिजली आदि की व्यवस्था के लिये उपस्थित अधिकारियों को त्वरित कार्यवाही करने के निर्देश दिये।