पुणे । भारतीय नौसेना के मरीन इंजीनियरिंग स्पेशलाइजेशन कोर्स (एमईएससी) के 89वें बैच ने आइएनएस शिवाजी पर 105 सप्ताह का पेशेवर प्रशिक्षण सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है। रक्षा विज्ञप्ति में कहा गया है कि आइएनएस शिवाजी के कमान अधिकारी और स्टेशन कमांडर लोनावला कमाडोर रवनीश सेठ ने कोर्स पूरा होने वाले समारोह का निरीक्षण किया। मरीन इंजीनियरिंग स्पेशलाइजेशन कोर्स के तीन कठिन चरणों में अधिकारियों को सजीव उपकरणों, अत्याधुनिक सिमुलेटरों तथा ट्रेनर किट पर प्रशिक्षण दिया गया और उन्हें समग्र क्लासरूम निर्देश दिए गए। अधिकारियों को 26 सप्ताह तक नौसेना और तटरक्षक के समुद्र में तैरते हुए पोत पर प्रशिक्षण दिया गया। यह कदम 'इंजन रूम वाचकीपिंग सर्टिफिकेट' के लिए उठाया गया।
रक्षा विज्ञप्ति में कहा गया है कि अब ये लोग अग्रिम पंक्ति के युद्धपोतों पर सहायक और वरिष्ठ इंजीनियर अधिकारी के रूप में नियुक्त किए जाने के लिए तैयार हैं। लेफ्टिनेंट भरत कंडपाल को 'बेस्ट ऑल राउंड अधिकारी' के लिए 'हैमर' से सम्मानित किया गया तथा 'बेहतरीन खिलाड़ी' के लिए वाइस एडमिरल दयाशंकर रॉलिंग ट्रॉफी लेफ्टिनेंट दिव्यांश सिंगला को प्रदान की गई। बांग्लादेश नौसेना के लेफ्टिनेंट सीडीआर मुहम्मद मेहेदी हसन को एफओसी-इन-सी (दक्षिण) रॉलिंग ट्राफी प्रदान की गई। प्रशिक्षण पाने वाले इस बैच में 37 भारतीय अधिकारी और 11 श्रीलंका, म्यांमार, तंजानिया, सूडान, फिजी और बांग्लादेश के अधिकारी शामिल थे।