जगदलपुर । बस्तर संभाग को मलेरिया, एनीमिया एवं कुपोषण मुक्त करने तथा शिशु व मातृ मृत्यु दर में कमी लाने के लिए मलेरिया मुक्त बस्तर अभियान की शुरूआत की गई है। अभियान के पहले चरण में 14 लाख 6 हजार लोगों की जांच गई। इस दौरान मलेरिया पॉजिटिव पाए गए 64 हजार 646 लोगों का मौके पर ही इलाज कर दवाई दी गई। दूसरे चरण में 23 लाख 75 हजार लोगों की जांच कर 30 हजार 076 मलेरिया पीड़ितों का उपचार किया गया। मलेरिया मुक्त बस्तर अभियान के असर से सितम्बर 2019 तक की तुलना में सितम्बर 2020 में बस्तर संभाग में मलेरिया के मामलों में 65 प्रतिशत से अधिक की कमी आई है।
मलेरिया मुक्त बस्तर अभियान के तहत बस्तर जिले प्रथम चरण 15 जनवरी से 14 फरवरी 2020 तक 06 विकासखंड के 213 गाँव में लक्ष्य जनसंख्या 2 लाख 49 हजार 288 के विरूद्ध 2 लाख 53 हजार 295 लोगों का जाँच किया गया, जिसमे 5203 पाॅजिटिव केस पाया गया जिनका मूलोपचार किया गया। द्वितीय चरण 10 जून से 31 जुलाई 2020 तक सातों विकासखंड के 328 गाँव में 3 लाख 81 हजार 580 जनसंख्या लक्ष्य के विरूद्ध 3 लाख 90 हजार 815 जाँच किया गया जिसमें 4900 पाॅजिटिव केस पाया गया जिनका मुलोपचार किया गया। अब तृतीय चरण में 15 दिसम्बर से 30 जनवरी 2021 तक सातों विकासखंड के 198 गाँव के दो लाख एक हजार 480 लक्ष्य जनसंख्या के लिए स्वास्थ्य विभाग की 222 टीम के द्वारा घर-घर जाकर सर्वे कर रही है। गर्भवती माताओं में मलेरिया पॉजिटिव आना हाई रिस्क श्रेणी में आते है अतः पूरी गंभीरता से गर्भवती माताओं एवं बच्चों का मौलिक उपचार किया जा रहा है।
मलेरिया मुक्त बस्तर अभियान के तहत बस्तर जिले में 15 दिसम्बर से तीसरे चरण में स्वास्थ्य विभाग द्व़ारा व्यक्तियों में मलेरिया की जांच शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र में की जा रही है। संक्रमित मिले मरीजों का इलाज किया जा रहा है। मलेरिया जांच टीम के साथ आवश्यक दवाई व इससे बचाव की सभी तरह की जानकारी भी प्रदान किया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग से प्राप्त जानकारी अनुसार सातों विकासखण्ड में लक्षित 2 लाख 1 हजार 480 जनसंख्या में 27 दिसम्बर तक 84 हजार 911 (42.14 प्रतिशत) लोगों को जांच किया गया है। इस जांच में 858 लोगों का मलेरिया टेस्ट पॉजिटिव आया है। जिसमें विकासखण्ड लोहण्डीगुड़ा में सर्वाधिक 328 और बड़े किलेपाल क्षेत्र से 249 लोग संक्रमित मिले हैं। वहीं बकावण्ड क्षेत्र से मलेरिया संक्रमितों की संख्या निरंक है।
इस अभियान में 535 गर्भवती महिलाओं का मलेरिया टेस्ट किया गया जिसमें अब तक 11 गर्भवती महिलाएं संक्रमित पाए गए जिनका इलाज किया जा रहा है। इस अभियान में 246 संक्रमित लोगों में मलेरिया के लक्षण मिले हैं जबकि लक्षण रहित 612 लोग मिले हैं। इस अभियान के अन्तर्गत लोगों को जागरूक करने के लिए बस्तर सांसद दीपक बैज एवं गणमान्यजनों ने भी मलेरिया जांच करवाया।