बिलासपुर । मरवाही जिले की एक रिटायर्ड शिक्षिका से शातिर ठगों ने 53 लाख रुपए से ज्यादा रुपए ठग लिए। पहले तो लोन दिलाने के नाम पर उनसे रुपए लिए गए, फिर ठगे गए रुपयों को वापस कराने के नाम पर रुपए ऐंठ लिए। महिला को अपने पुराने मकान की मरम्मत के लिए सिर्फ 5 लाख रुपयों की जरूरत थी। अब महिला ने गौरेला थाने में मामला दर्ज कराया है।
जानकारी के मुताबिक, वार्ड नंबर 1 तेरा टोला निवासी इंदिरा स्वामी शासकीय स्कूल की रिटायर्ड शिक्षिका हैं। उन्हें अपने मकान की मरम्मत के लिए रुपयों की जरूरत थी। जुलाई 2016 में उन्होंने एक समाचार पत्र में राजस्थान के जयपुर पते पर मैग्मा फाइनेंस कंपनी के नाम से दिया विज्ञापन देखा। उसमें कम ब्याज दर पर लोन देने की बात कही गई थी। इस पर उन्होंने 5 लाख रुपए के लिए आवेदन किया।
उनका नवीन कुमार कांति से संपर्क हुआ। आरोपी ने खुद को कंपनी का कर्मचारी बताया और लोन पास कराने की एवज में प्रोसेसिंग फीस सहित अन्य खर्चों के नाम पर एसबीआई खाते में 5 दिनों में 18680 रुपए जमा करा लिए। लोन पास नहीं हुआ। उस रकम को वापस पाने की चक्कर में एक अन्य व्यक्ति मनोज तिवारी से संपर्क हुआ। उसने खुद को कंपनी का एमडी बताया और 159900 रुपए पीएनबी खाते में ट्रांसफर करा लिए।
इसी तरह अलग-अलग फाइनेंस कंपनियों के कर्मचारी और अधिकारी बनकर अलग-अलग बैंक के अलग-अलग खातों कुल में 5378650 रुपए ट्रांसफर कराकर ठग लिए गए। इस दौरान उनसे यह भी कहा गया कि उनके सब रुपए रायपुर जन धन योजना और सीएम विंडो, सीएम आफिस में है। रिटायर्ड शिक्षिका इंदिरा स्वामी ने बैंक खातों में जमा की गई सभी राशियों की रसीद भी पुलिस को सौंपी है।