लंदन । कोविड-19 के दुष्प्रभाव से सबसे ज्यादा प्रभावित ब्रिटेन में एक बार फिर कोरोना संक्रमण का कहर बढ़ रहा है। यहां वैक्सीन लगवा चुके वयस्कों में कोरोना संक्रमण के मामले काफी तेजी से आ रहे हैं। ब्रिटेन के किंग्स कॉलेज लंदन के वरिष्ठ वायरस ट्रैकिंग स्पेशलिस्ट प्रो. टिम स्पेक्टर का कहना है कि ब्रिटेन में महामारी की तीसरी लहर पीक पर है। यहां कुल 87.2 प्रतिशत संक्रमित लोग, वो हैं जिन्हें टीका लगाया जा चुका है। ऐसे में बड़ा सवाल ये है कि क्या 19 जुलाई से ब्रिटेन में पूरी तरह से अनलॉक क्या उचित है? 6 जुलाई को 12905 ऐसे लोगों में वायरस की पुष्टि हुई जिन्हें वैक्सीन लग चुकी थी। इससे ये साफ है कि 6 जुलाई को कोरोना पॉजिटिव मिले मामलों में से 50 प्रतिशत मामले टीका लगवा चुके लोगों में मिले। प्रोफेसर स्पेक्टर के अनुमान के मुताबिक आने वाले समय में ये ग्राफ और ज्यादा बढ़ सकता है।
दरअसल, ब्रिटेन के पीएम बोरिस जॉनसन ने फिर दोहराया कि इंग्लैंड में कोरोना वायरस से जुड़े सभी प्रतिबंध 19 जुलाई को खत्म हो जाएंगे। एक रिपोर्ट के अनुसार जॉनसन ने पत्रकारों से कहा कि इसके तहत सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहनना, सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करना अब जरूरी नहीं होगा। पीएम जॉनसन ने लोगों से सावधानी बरतने और व्यक्तिगत जिम्मेदारी के साथ काम करने का आग्रह करते हुए कहा कि यह महामारी खत्म नहीं हुई है। उन्होंने कहा, हम सोमवार, 19 जुलाई से तुरंत पुरानी नॉर्मल लाइफ में वापस नहीं आ सकते। अधिकारियों ने कहा कि सरकार उम्मीद करती है कि लोग भीड़-भाड़ वाले इनडोर क्षेत्रों में फेस कवरिंग पहनें। रिपोर्ट के अनुसार, सरकार के इस फैसले के बीच कुछ विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि जब वायरस फैल रहा हो तो प्रतिबंधों को हटाना जोखिम भरा होगा।