बनकटवा । कोरोना वायरस से जंग जीतने के लिए वैक्सीन ही फिलाहल मुख्य हथियार है। देश में वैक्सीनेशन अभियान तेजी से चलाया जा रहा है। ऐसे में बिहार के पूर्वी चंपारण के बनकटवा प्रखंड ने देश के सामने मिसाल पेश की है। बनकटवा प्रखंड पिछले कुछ दिनों से चर्चा का विषय बना हुआ है, क्योंकि यह देश का पहला ऐसा प्रखंड बन गया है जहां 100 फ़ीसदी आबादी को कोरोना वायरस रोधी टीका लगाया जा चुका है। बनकटवा प्रखंड में 100 फ़ीसदी टीकाकरण की ऐसी मिसाल पेश की है, जिसका मुरीद विश्व स्वास्थ संगठन भी हो चुका है। बनकटवा प्रखंड में 18 से अधिक आयु की 100 फ़ीसदी आबादी को कोरोना का टीका लगाया जा चुका है। बनकटवा प्रखंड ने जो करके दिखाया है वह इसलिए भी अहम है क्योंकि यहां स्वास्थ सुविधाओं का अभाव है और लोगों में टीकाकरण को लेकर भारी हिचकिचाहट है। ऐसे में, बनकटवा प्रखंड के 10 पंचायतों के तकरीबन 100 से भी ज्यादा गांवों में 18 वर्ष से अधिक उम्र की लगभग 62 हजार आबादी का 100 फीसदी कोरोना टीकाकरण करना पूर्वी चंपारण जिला प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती थी।
बनकटवा प्रखंड के बीजबानी पंचायत में कैसे 100 फीसदी टीकाकरण हो यह जिला प्रशासन के लिए सबसे गंभीर चुनौती थी, क्योंकि पूर्व में इस पंचायत के अंतर्गत आने वाले अधिकतर मुस्लिम आबादी वाले गांवों में लगभग सभी प्रकार के टीकाकरण कार्यक्रमों का बहिष्कार किया जाता रहा है। इसके लिए जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने सिविल सोसाइटी के साथ-साथ केंद्र और राज्य सरकार के विभिन्न पंचायती राज संस्थाएं और कई जन कल्याण विभाग के साथ तालमेल करके यहां के लोगों का भरोसा जीता और टीकाकरण को लेकर जो उनके मन में हिचकिचाहट थी उसे दूर किया गया। इसके बाद इस पंचायत में 100 फ़ीसदी टीकाकरण की टारगेट को पूरा किया गया। मोतिहारी डीएम शीर्षस्थ कपिल अशोक ने कहा कि भारत-नेपाल सीमा पर स्थित बनकटवा प्रखंड की जो उपलब्धि है, उसकी सराहना विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी की है।